सतगुरुजी रे मेरे सतगुरुजी
तुम सहारे सबके हो मेरे ......
१ तुमसे ही पाई मैने खुसिया घनेरी
बिन तेरे क्याथी दाता ओकात मेरी
कैसे मै गाऊ गुरुवर महिमा तुम्हारी
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - - -
२ चलती है सासे ये है
रहमत तुम्हारी
तुम्ही हो गुरुवर सच्ची
दोलत हमारी
तुम पे वारु अपनी
जिंदगी ये सारी
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
३ नीचदीन तुम्हारा मै तो
दीदार पाऊ
तुमको ही सिमरु और मै
तुमको ही ध्याऊ
जिव्हा से अपनी तेरे
गुणगान ग़ाऊ
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
४ जो भी सच्चे मन से गुरुवर
के दारा आता
पाता है सारी मुरादै खली न जाता
गुरु जैसा न है जग में
कोई भी दाता
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
५ मिथ्या है जग ये सारा
तुमही हो सहारा
डगमग है नैया डोले
तुमही हो किनारा
तुम बिन नहीं है बापू
कोई भी हमारा
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
६ तुमने ही गुरुवर सबकी
भ्राती मिटाई
ज्ञान की ज्योति सबके
दिल में जगाई
तुमसे न हो अब गुरुवर
कभी भी जुदाई
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
तुम सहारे सबके हो मेरे ......
१ तुमसे ही पाई मैने खुसिया घनेरी
बिन तेरे क्याथी दाता ओकात मेरी
कैसे मै गाऊ गुरुवर महिमा तुम्हारी
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - - -
२ चलती है सासे ये है
रहमत तुम्हारी
तुम्ही हो गुरुवर सच्ची
दोलत हमारी
तुम पे वारु अपनी
जिंदगी ये सारी
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
३ नीचदीन तुम्हारा मै तो
दीदार पाऊ
तुमको ही सिमरु और मै
तुमको ही ध्याऊ
जिव्हा से अपनी तेरे
गुणगान ग़ाऊ
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
४ जो भी सच्चे मन से गुरुवर
के दारा आता
पाता है सारी मुरादै खली न जाता
गुरु जैसा न है जग में
कोई भी दाता
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
५ मिथ्या है जग ये सारा
तुमही हो सहारा
डगमग है नैया डोले
तुमही हो किनारा
तुम बिन नहीं है बापू
कोई भी हमारा
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
६ तुमने ही गुरुवर सबकी
भ्राती मिटाई
ज्ञान की ज्योति सबके
दिल में जगाई
तुमसे न हो अब गुरुवर
कभी भी जुदाई
तारणहारे सबके हो मेरे - - - - - - -
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