श्री बापू तुम्हारे चरणों मे, एकबार ठिकाना मिल जाये...
मैं जनम जनम गुण गाऊँगा, जीवन की बगिया खिल जाये...
भटको को राह दिखाते हो, हारे का साथ निभाते हो...
मैं हार गया खुद से मोहन, मुझे तेरा सहारा मिल जाये...
...
बिन तेरे सहारे साँवरिया, कोई खुद से नहीं लड़ सकता है...
तू जिसपर महर करे भगवन, वो जग मे निर्भय हो जाये...
मै जनम जनम गुण गाऊँगा, जीवन की बगिया खिल जाये...
श्री बापू तुम्हारे चरणों मे, एकबार ठिकाना मिल जाये...
मैं जनम जनम गुण गाऊँगा, जीवन की बगिया खिल जाये...
भटको को राह दिखाते हो, हारे का साथ निभाते हो...
मैं हार गया खुद से मोहन, मुझे तेरा सहारा मिल जाये...
...
बिन तेरे सहारे साँवरिया, कोई खुद से नहीं लड़ सकता है...
तू जिसपर महर करे भगवन, वो जग मे निर्भय हो जाये...
मै जनम जनम गुण गाऊँगा, जीवन की बगिया खिल जाये...
श्री बापू तुम्हारे चरणों मे, एकबार ठिकाना मिल जाये...
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