Wednesday, August 17, 2011

कैसे आऊं मै मोटेरा

ॐ गुरु राम
कैसे आऊं मै मोटेरा  में बापू मुझको अब तुम ही बतला दो
कोई तो रास्ता अब निकालोजो जल्दी से तेरे दर पे लाये
बहुत तरसी है आंखे ये अब तककब देखेंगी ये वो नजारा
 जब मुझको भी जन्नत के दर्शनतेरी मोटेरा में जा कर होंगे
मैंने हर पल तुझको ही चाहाफिर क्यूँ न सुना तुमने बाबा
क्या एक बेटे को अपने पिता सेमिलने को तड़पते ही रहना है
खबर तो तुम्हे भी ये होगीकोई रोता है तुम्हे याद कर के

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