Monday, July 11, 2011

सदा सदा बापू  पिता ,मन में करो निवास,
सच्चे ह्रदय से करू, तुम से यह अरदास,
कारण करता आप हो,सब कुछ तुमरी दात,
साईं भरोसे मैं रहू , तुम्ही हो पितु मातु,
विषयों में मैं लीन हूँ , पापो का नहीं अंत,
फिर भी तेरा तेरा हूँ, रख लियो भगवंत,
रख लियो हे राखन-हारा,साईं गरीब निवाज,
तुझ बिन तेरे बालक के कौन सवारे काज,
दया करो दया करो, दया करो मेरे साईं,
तुझ बिन मेरा कौन है,बापू  इस जग माही,
मैं तो कुछ भी हु नहीं,सब कुछ तुम हो नाथ,
बच्चों के सर्वस प्रभु,तुम सदा हो मेरे साथ

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